कोरोना टीकाकरण शिविर में उडाई गयी सरकारी आदेशो की धज्जियाँ।
बल्लभगढ़, नितिन बंसल ।
बल्लमगढ़ मे कोरोना वैक्सीनेशन कैंप में दिखा अवस्था का मुहूर्त जहां पर ऐसा लगता है मानो कोरोना का वैक्सीन नहीं लग रहा है मानो कोरोना को फैलने का नोता दिया जा रहा हूं।बल्लबगढ़ की चावला कॉलोनी सिथित शिव मंदिर में लगे कोरोना टीकाकरण शिविर में उडाई गयी सरकारी आदेशो की धज्जियाँ। नेता जी ने सोचा कि इस टीकाकरण शिविर से पब्लिक की वाही वाही लूटेंगे लेकिन अव्यवस्था के कारण हो गयी उनकी किरकरी। आपको खबर विस्तार से बताये की सोमवार को शिव मंदिर में विनोद गोस्वामी द्वारा कोरोना टीकाकरण शिविर का आयोजन किया था इस टीकाकरण शिविर में ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए नेता जी ने शिवर का खूब प्रचार करवाया लेकिन वो टीकाकरण शिविर में टिका लगवाने के लिए आए लोगो के लिए इंतजामात करना भूल गए।ओर भूल गए व्यवस्था को सम्भालने के लिए वॉलंटियर रखना। जब हम इस शिविर में जानकारी लेने पहुँचे तो देखा कि वहाँ आये लोग बहुत परेशान है टिका लगवाने आयी एक बुजुर्ग महिला का कहना था कि वो सुबह 10 बजे से आई है और उन्हें 10 नम्बर का टोकन दिया गया था लेकिन 1 बजे तक भी उनका नम्बर नही आया है और नाही यहाँ किसी लाइन का पता लग रहा है यहाँ पर ना तो 18 साल से ऊपर के लोगो के लिए अलग लाइन है और ना ही 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए अलग लाइन है ऊपर इस गर्मी ने मार रखा है जब एक ओर महिला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आयोजक द्वारा शिविर में किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नही कराई गई है मैं पहला टिका लगवाने आयी हु लेकिन यहां आकर देखा तो कही भी कुछ पता ही नही चल रहा है क्योंकि टिका लगवाने के लिए आधारकार्ड कहा देना है यही पता नही लग रहा है यहां भीड़ बहुत ज्यादा है और काम करने वाले स्टाफ की बहुत कमी है और ऊपर से इस गर्मी में आयोजक द्वारा ना तो कोई पीने के पानी की व्यवस्था है और ना ही पंखा की ।इसलिए मैं बिना टिका लगवाए ही जा रही हूँ। नेता जी को शायद ये अनुभव नही था कि प्रचार प्रसार के साथ साथ व्यवस्था का भी ध्यान रखना है और साथ ही सरकार द्वारा कोविड 19 से बचने के लिए दी गयी हिदायतों का भी पालन करना है ओर कराना है।लेकिन इस शिविर में तो लग रहा था कि कोरोना को भगाने का नही कोरोना को न्योता देने के लिए शिविर का आयोजन किया गया था इस पर समाजसेवी सेवाराम वर्मा ने कहा कि अभी बीमारी खत्म नहीं हुई है और ऐसी लापरवाही ना जाने कितनों को कोरोना महामारी की चपेट में ला सकती है।