Wednesday, February 5, 2020

एसटीपी की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार से मांगे 300 करोड़ रुपये


एसटीपी की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार से मांगे 300 करोड़ रुपये


डेली रिपोर्ट 
फरीदाबाद, फूल सिंह  चौहान, नितिन बंसल ।  एनजीटी के आदेश पर नगर निगम ने अपने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करने की प्लानिंग पूरी कर ली है। 300 करोड़ रुपये लेने के लिए एस्टिमेट भी सरकार के पास भेज दिया गया है, ताकि जल्द से जल्द पैसा आए तो मिर्जापुर और प्रतापगढ़ एसटीपी की क्षमता बढ़ाई जा सके। एनजीटी ने दिसंबर 2020 तक सीवर के पानी को ट्रीट कर नालों में डालने के आदेश दिए हैं। इसलिए नगर निगम चाहेगा कि उसके एसटीपी का काम दिसंबर से पहले ही समाप्त हो जाए। एसटीपी के बन जाने से शहर में सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म हो जाएगी। निगम अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में मिर्जापुर की क्षमता 45 एमएलडी, प्रतापगढ़ की 50 एमएलडी और बादशाहपुर की क्षमता 50 एमएलडी की है। इनकी ट्रीट करने की क्षमता कम होने से शहर की कॉलोनियों में सीवर जाम रहता है। यही नहीं बगैर ट्रीट किए सीवर के पानी की निकासी करके उसे गोंछी ड्रेन में डाला जा रहा है। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों एनजीटी की ओर से प्रदेशभर के सभी नगर निगमों और निकायों को निर्देश जारी किए गए थे कि जल प्रदूषण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। किसी भी शहर का गंदा पानी बगैर ट्रीट किए नदी अथवा नालों में नहीं जाना चाहिए। एनजीटी इस मामले को लेकर सभी निकायों को एक्शन प्लान बनाने का भी आदेश दिया था। एनजीटी ने साफ कहा है कि दिसंबर 2020 के बाद शहर का गंदा पानी बगैर ट्रीट हुए नदी में नहीं डाला जा सकेगा। जो नगर निगम इसका उल्लंघन करते हुए पाए जाएंगे उन पर भारी भरकम जुर्माना किया जाएगा। नगर निगम एसई बीके करदम का कहना है कि मिर्जापुर और प्रतापगढ़ एसटीपी को अपग्रेड करने के लिए सरकार पहले ही मंजूरी दे चुकी है। अब सरकार से पैसा लेने के लिए एस्टीमेट भेजा जा रहा है। जिसमें विस्तृत प्लान शामिल है। दोनों एसटीपी की क्षमता ज्यादा बढ़ जाने से सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म हो जाएगी तो वहीं साफ पानी नालियों व नहरों में डाला जाएगा।






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