नितिन बंसल
Livenewsmantra.उज्जैनः उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से फरार चल रहे पांच लाख के इनामी विकास दुबे को गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि महाकाल के दर्शन करने के बाद उसने स्वयं ही पुलिस के आगे आत्मसमर्पण कर दिया। विकास को लखनऊ लाया जा रहा है, उसके लिए पुलिस की पांच टीमें उज्जैन रवाना हो गई है। शाम तक वह लखनऊ पहुंच सकता है। विकास दुबे को पुलिस फरीदाबाद से लेकर एनसीआर में तलाशती रही और शातिर बदमाश विकास उज्जैन पहुंच गया। इस बीच बड़े शातिराना अंदाज में उसने अपनी गिरफ़्तारी दी। या यूं कहें उसने सरेंडर ही किया। हालांकि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के मुताबिक़ मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिस की देर रात से विकास दुबे पर नज़र थी। महाकाल मंदिर के आस-पास उसने शरण ले रखी थी। आज सुबह पुजारी की जानकारी के बाद पुलिस ने वहां से विकास को अपनी हिरासत में लिया।
बडा सवाल अब यह उठ रहा है कि आखिरकार विकास फरीदाबाद से उज्जैन कैसे पहुंचा, जबकि हर राज्य में अलर्ट जारी किया हुआ था। बताया जा रहा है कि उज्जैन पहुंचने में तिवारी नाम के एक शख्स ने उसकी मदद की। उसी ने ही विकास दुबे को महाकाल मंदिर तक पहुंचाया। जहां पर उसने खुद को पकड़वाया. उसने बड़े शातिर अंदाज में कैमरे के सामने कहा कि वह विकास दुबे है कानपुर वाला। वह यह जानता था कि यही एक तरीका है जिससे वह एनकाउंटर से बच सकता है, क्योंकि अभी तक उसके पांच गुर्गे मार गिराए गए हैं। महाकाल मंदिर में तैनात एक होमगार्ड ने उसकी जानकारी अपने पलटन कमांडर को दी। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद वह खुद ही चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगा कि वह कानपुर वाला विकास दुबे है।
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