कोरोना पर विशेष रिपोर्ट।
बल्लबगढ़ की सामाजिक संस्थाएं कर रही मदद लेकिन सरकार द्वारा दी गई मदद नहीं पहुंच रही गरीबों को ।:महेश जैन
बल्लबगढ़ से संवादाता नितिन बंसल फूलसिंह सिंह चौहान। बल्लबगढ़ व फरीदाबाद की विभिन्न संस्थाएं कोरोना वायरस की लड़ाई के लिए प्रवासी मजदूरों व गरीब लोगों के मदद के लिए आगे आए हैं जिनमें राजीव दीक्षित स्वदेशी रक्षक दल, डिस्टिक लीगल सर्विस अथॉरिटी व मिलन सृष्टि संस्था ने गरीब जनता को भोजन, पानी, दवाइयां, मास्क वितरित किए और सभी लोगों को सोशल डिस्टेंस इन बनाए रखने के लिए कहा। बल्लभगढ़ से तिगांव रोड सेक्टर 3 एरिया में मिलन सृष्टि संस्था द्वारा लोगों को मास्क और दवाइयां वितरित की गई। कई सामाजिक संस्थाएं व्यक्तियों के साथ साथ जानवरों को भी भोजन करवा रही हैं लॉक डाउन के मौ पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के उप महाधिवक्ता अजय शर्मा और उनकी टीम के माध्यम से लोगों को जरूरत की चीजों को वितरित कराया गया।
इस मौके पर अजय शर्मा ने कहा कि देश में इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है सभी लोग अपने घरों पर हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास दवाइयों और मास्क लाने का पर्याप्त साधन नहीं है ,ऐसे लोगों को ब्रांड सृष्टि संस्था द्वारा मास्को दवाइयां दी गई है। यही नहीं लगातार मिलन सृष्टि संस्था लोगों में जाकर खाने और पीने की वस्तुएं भी मुहैया करा रही है ताकि कोई भी व्यक्ति फरीदाबाद में भूखा ना रहे। इस मौके पर राकेश शर्मा, शिव प्रकाश शर्मा भी मौजूद रहे। सभी संस्था के कार्यकर्ताओं ने कहां की यह कोरोना के खिलाफ हमारी जंग है जिसमें कोई भी गरीब मजदूर हो या झुग्गी में रहने वाला हूं व वायरस की चपेट में ना है।
जहा एक और सामाजिक संस्थाएं गरीब लोगों की मदद करने के लिए आगे आ रही है और उनको भोजन खिला रही है लेकिन सरकार के द्वारा केवल और केवल आश्वासन ही दिए जा रहे है शहर बल्लभगढ़ शहर में काफी जोगिया हैं जहां पर हजारों की तादाद में मजदूर तबके के लोग रहते है जो डेली वेजेस पर काम करता है लेकिन सरकार द्वारा उनको कोई भी सहायता नहीं दी गई कहने को तो गवर्नमेंट ने कहा है कि 3 महीने का अनाज जनता को दिया जाएगा लेकिन जुग्गी में रहने वाले मजदूरों को कोई भी राशन मुहैया नहीं हो पा रहा है का कहना है कि सरकार केवल और केवल सलाह देने में ही लगी होगी सहायता करने में कोई आगे नहीं आ रहा है विधायक द्वारा भी कोई निष्पक्ष कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि किसी मजदूर व कर्मचारी के वेतन को नहीं काटा जाएगा और उन्हें पूरा वेतन दिया जाएगा और साथ ही साथ किरदार से एक महीने का किराया भी नहीं लिया जाएगा। लेकिन के फैक्ट्रियां कर्मचारियों को निकाल रही है और उनको किसी तरह का वेतनमान देने के लिए मना कर रही है और कुछ मकान मालिक ने किराया भी माफ नहीं किया है जिस कारण से ये मजदूर अपने गांव जाने पर मजबूर है सरकार द्वारा कोई भी कड़े कदम नहीं जा रहेे। शहर में सेक्टर 4, सेक्टर 5,ऊंचा गांव में हजारों की तादाद में मजदूर तबका रहता है जी जिन्हें किसी तरह की मदद मुहैया नहीं करवाई गई है
शहर के समाजसेवी बल्लबगढ़ क्षेत्र: महेश जैन इस मौके पर अजय शर्मा ने कहा कि देश में इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है सभी लोग अपने घरों पर हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास दवाइयों और मास्क लाने का पर्याप्त साधन नहीं है ,ऐसे लोगों को ब्रांड सृष्टि संस्था द्वारा मास्को दवाइयां दी गई है। यही नहीं लगातार मिलन सृष्टि संस्था लोगों में जाकर खाने और पीने की वस्तुएं भी मुहैया करा रही है ताकि कोई भी व्यक्ति फरीदाबाद में भूखा ना रहे। इस मौके पर राकेश शर्मा, शिव प्रकाश शर्मा भी मौजूद रहे। सभी संस्था के कार्यकर्ताओं ने कहां की यह कोरोना के खिलाफ हमारी जंग है जिसमें कोई भी गरीब मजदूर हो या झुग्गी में रहने वाला हूं व वायरस की चपेट में ना है।
जहा एक और सामाजिक संस्थाएं गरीब लोगों की मदद करने के लिए आगे आ रही है और उनको भोजन खिला रही है लेकिन सरकार के द्वारा केवल और केवल आश्वासन ही दिए जा रहे है शहर बल्लभगढ़ शहर में काफी जोगिया हैं जहां पर हजारों की तादाद में मजदूर तबके के लोग रहते है जो डेली वेजेस पर काम करता है लेकिन सरकार द्वारा उनको कोई भी सहायता नहीं दी गई कहने को तो गवर्नमेंट ने कहा है कि 3 महीने का अनाज जनता को दिया जाएगा लेकिन जुग्गी में रहने वाले मजदूरों को कोई भी राशन मुहैया नहीं हो पा रहा है का कहना है कि सरकार केवल और केवल सलाह देने में ही लगी होगी सहायता करने में कोई आगे नहीं आ रहा है विधायक द्वारा भी कोई निष्पक्ष कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि किसी मजदूर व कर्मचारी के वेतन को नहीं काटा जाएगा और उन्हें पूरा वेतन दिया जाएगा और साथ ही साथ किरदार से एक महीने का किराया भी नहीं लिया जाएगा। लेकिन के फैक्ट्रियां कर्मचारियों को निकाल रही है और उनको किसी तरह का वेतनमान देने के लिए मना कर रही है और कुछ मकान मालिक ने किराया भी माफ नहीं किया है जिस कारण से ये मजदूर अपने गांव जाने पर मजबूर है सरकार द्वारा कोई भी कड़े कदम नहीं जा रहेे। शहर में सेक्टर 4, सेक्टर 5,ऊंचा गांव में हजारों की तादाद में मजदूर तबका रहता है जी जिन्हें किसी तरह की मदद मुहैया नहीं करवाई गई है
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