 |
आचार्य राजेश अपने साथियों के साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए हवन करते हुए |
पलवल 3 मई 2020 फूलसिंह चौहान /नितिन बंसल । ग्राम छछेड़ा में 'हर घर हवन -घर घर हवन'-के तहत सामूहिक रूप से आचार्य राजेश द्वारा यज्ञ अनुष्ठान किया गया जिसने विभिन्न प्रकार की औषधियां गूगल, जायफल, जावित्री, लॉन्ग, गिलोय, तुलसी, हरड़ बहेड़ा आंवला चंदन, आदि भौतिक पदार्थ डाले ।पर्यावरण की रक्षा के लिए , प्रदूषण को दूर करने के लिए हवन यज्ञ अति अनिवार्य है। यज्ञ में आहुतियां से वस्तु नष्ट नहीं होती बल्कि सूक्ष्म होकर फैलती है हवन यज्ञ करने से इस लोक और परलोक से पार हो जाता है हवन के महत्व को बताते हुए आचार्य राजेश ने कहा, वह पारस मणि है जो लोहे को सोना बना सकती है यज्ञ के सामान्य तीन अर्थ होते हैं देव पूजा संगती करण और दान ।देवताओं को यज्ञ के द्वारा उन्नतशील बनाया जाता है जिसके द्वारा शरीर के तीनों रोग वात पित्त कफ का संतुलन बना रहता है यज्ञ थेरेपी है जिससे व्यक्ति कोरोना जैसी महामारी से ठीक होता हैं आदि भौतिक, आदि देविक, और आध्यात्मिक रोगों से मुक्ति के लिए यज्ञ अनिवार्य है यज्ञ करने से रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ती है रोगों से लड़ने की तथा कोरोना वायरस जैसी महामारी को दूर करने के लिए यह अनिवार्य है।दुनिया के 200 देशों में हिंदू सनातनीयों के द्वारा हवन यज्ञ किया जा रहा है हवन एक ऐसा अचूक उपाय हैं जो हमारे ऋषि-मुनियों तत्व वेदों में गहनता से वर्णन किया गया है यज्ञ से शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति होती हैं। इस अवसर पर नरेश जैनवाल , नरेंद्र स्वदेशी सुंदर सिंह बघेल तथा यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य राजेश उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment